यदि इंसान सिर्फ दौलत के बारे में ही सोचता रहे तो लोगों की सेवा कब करेगा. – दौलत जन्मांध – सूरदास, अंधा, आँधरा, नेत्रहीन। नवयुवक – नौजवान, तरुण, किशोर, कुमार, वर्धमान, यौवनोन्मुख। सूर्य – दिनकर, सूरज, अंशुमान, रवि, प्रभाकर अतिथि – मेहमान, आगंतुक, पाहुन, अभ्यागत। निर्धन – धनहीन, दरिद्र, दीन, https://aadatkaparyayvachishabd21509.shopping-wiki.com/8624489/class_7_vilom_shabd_in_hindi_options